कांग्रेस ने खोया युवा और किसानों का भरोसा: गहलोत

सेवा भारती समाचार
जोधपुर। चुनावी वादे करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने हर वर्ग का विश्वास खो दिया। कोरोना की इस महामारी में जहां एक और किसान परेशान हैं वहीं दूसरी ओर लाखों युवा रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं। सरकार ना किसानों की सुन रही है ना युवाओं के सपने पूरा कर रही है। यह बात राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने कही।
हाल ही में कोरोना संक्रमित होने के बाद स्वस्थ होकर घर लौटे राजेंद्र गहलोत ने अपने निवास पर भाजपा पदाधिकारियों से बातचीत करते हुए कहा कि वह पूरी तरह स्वस्थ है और जनता के बीच में जाकर उनके बात सुनेंगे व हर संभव मदद करेंगे। साथ ही केंद्र सरकार तक जनता की बात पहुंचाएंगे और सरकारी योजना की क्रियान्वित के लिए पूरा प्रयास करेंगे। राज्यसभा सांसद गहलोत ने कहा कि जोधपुर में किसान आंदोलन के बावजूद सरकार ने उनकी मांगों को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की, वहीं दूसरी तरफ युवाओं के भविष्य को लेकर जेईई और नीट परीक्षा का विरोध करके युवाओं के साथ छलावा किया जा रहा हैं जबकि युवाओं के भविष्य के लिए परीक्षा आवश्यक है। राज्यसभा सांसद गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनावी वादे किए थे कि सरकार बनते ही वह किसानों की मांगों को पूरा करेंगे साथ ही बेरोजगारों को रोजगार देंगे और बेरोजगार भत्ता भी प्रदान करेंगे लेकिन सरकार बनने के करीबन 2 साल बाद में भी किसान अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है इसके अलावा चुनावी वादे में की गई भर्तियों की घोषणा को सरकार पूरा नहीं कर रही है। लाखों बेरोजगार सडक़ों पर घूम रहे हैं और बेरोजगारी के चलते युवा अपराध की ओर जा रहे हैं। एक लाख से अधिक भर्तियां वादा करने के बावजूद सरकार ने इस पर कार्रवाई नहीं की पूरी नहीं की। हर भर्ती कोर्ट में अटक रही है। सरकार की ओर से पुरजोर तरीके से कोर्ट में पैरवी नहीं करने के चलते युवाओं के सपने धूमिल हो रहे हैं। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल हुई। केंद्र सरकार व परीक्षा एजेंसी युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित हैं इसीलिए जेईई और नीट परीक्षा समय पर कराने के लिए केंद्र सरकार संकल्पित है, लेकिन कांग्रेस नहीं चाहती है कि परीक्षा समय पर हो। ऐसे में विद्यार्थियों को भारी नुकसान होगा और 1 साल उनका खराब हो जाएगा। राज्यसभा सांसद गहलोत ने कहा कि जोधपुर में पिछले कई दिनों से किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं इसके बावजूद सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों पर राज्य सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और बिजली अनुदान के रूप में नियमानुसार किसानों को छूट मिलनी चाहिए। किसान आंदोलन में एक युवा की मौत को लेकर गहलोत ने कहा कि संकट की इस घड़ी में वह मृतक परिवार के साथ है और सरकार से मांग की है कि नियमानुसार हर स्तर पर पीडि़त परिवार की सरकार को सहायता करनी चाहिए।