पकड़ में आया अस्पताल से भागा बंदी

सेवा भारती समाचार
जोधपुर। महात्मा गांधी अस्पताल के कोरोना वार्ड से फरार हुआ एक बंदी शनिवार को छठे दिन पुलिस की पकड़ में आया। उसकी तलाश में कई पुलिस टीमें लगी हुई थी। वह सांगरिया क्षेत्र में खुलेआम घूम रहा था। पुलिस को देखकर भागने लगा तब पीछा कर उसे पकड़ लिया गया। पुलिस ने बताया कि बाड़मेर में कोतवाली थानान्तर्गत रेलवे कुआं-3 निवासी चेतनराम चोरी के आरोप में पांच साल की सजा काट रहा है। उसे गत दिनों बाड़मेर से जोधपुर सेन्ट्रल जेल की आइसोलेशन जेल में स्थानान्तरित किया गया था। इस दौरान वह गत 26 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। तब उसे एमजीएच के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया। वार्ड के बाहर सुरक्षा के लिए पुलिस लाइन से चालानी गार्ड तैनात थे। इस बीच सोमवार तडक़े चार बजे कांस्टेबल अनिल ने वार्ड में देखा तो चेतनराम गायब था। जांच करने पर पता लगा कि वह वार्ड के पिछले हिस्से में शौचालय की खिडक़ी तोडक़र बाहर निकला और वहां से नीचे कूदकर फरार हो गया। फरार होने के बाद उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। कांस्टेबल अनिल जाटव ने सरदारपुरा थाने में चेतनराम के खिलाफ मामला दर्ज कराया। रेलवे स्टेशन व बस स्टैण्ड के अलावा बाड़मेर में उसके मकान में तलाश की गई लेकिन बंदी नहीं मिला। आज सुबह वह सांगरिया क्षेत्र में एक हवलदार मेजर शिवलाल चेकिंग के लिए गए हुए थे। तब एक युवक संदिग्ध प्रतीत होने पर वह भागने लगा। इस पर पीछा कर पकड़ा गया। पूछताछ में वह चेतनराम निकला। पुलिस का कहना है कि आरोपी चेतनराम शातिर नकबजन है। चोरी करने पर उसे पांच साल की सजा हुई थी। वह तीन साल सजा काट चुका है। दो साल सजा की बाकी थी। उससे पहले वह फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में लगी थी। आज उसके पकड़े जाने पर राहत की सांस ली।