राजस्व वसूली के लक्ष्य अर्जित करने की दिशा में त्वरित गति से कार्य करें : जिला कलक्टर

पाली। जिला कलक्टर अंश दीप ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि वे बकाया राजस्व प्रकरणों के निस्तारण एवं राजस्व वसूली के लक्ष्य अर्जित करने की दिशा में त्वरित गति से कार्य करें।
जिला कलेक्ट्रेट परिसर के राजीव गांधी सेवा केन्द्र में शनिवार को वीसी के माध्यम से राजस्व अधिकारियों को निर्देश देते हुए कलक्टर ने कहा कि राजस्व से संबंधित कार्य के महत्व को देखते हुए बकाया प्रकरणों के निस्तारण व लक्ष्य अर्जित करने की कार्यवाही की जाएं। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरणों के प्रदर्शन के आधार पर ही अधिकारियों के कार्य का आंकलन किया जाएगा। उन्होंने राजस्व से जुड़े प्रत्येक बिन्दु पर विस्तार से चर्चा करते हुए आगामी बैठक से पूर्व निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने की बात कहीं। उन्होंने गैर खातेदारी से खातेदारी, नामांनतकरण, सीमाज्ञान, राजस्व वसूली, फौजदारी प्रकरण, इजराय, सिलिंग प्रकरण, भू राजस्व अधिनियम की विभिन्न धाराओं, भूमि रूपांतरण प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर सम्पादित करने के निर्देश देने के साथ ही बकाया राजस्व वसूली प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण की बात कहीं।
जिला कलक्टर ने कहा कि सभी तहसीलदार जिले में रास्तों पर अतिक्रमण या रास्ता खुलवाने के मामलों में उचित कार्यवाही कर मामलों का निस्तारण करें इसके लिए व्यक्तिशः जाकर मौका जांच कर प्रकरणों को निस्तारित किया जाए। अगस्त माह में जिले में 13 रास्तों के प्रकरणों का निस्तारण किया गया है। उन्होंने धारा 188, राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1956, धारा 112, रोडा एक्ट, एलआर एक्ट, राजस्व प्रकरण 1963, वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण, भू-राजस्व अधिनियम की धारा 138 आदि पर चर्चा कर बकाया प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष से अधिक लम्बित प्रकरणों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की ढलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लम्बित प्रकरणों का नियमित सुनवाई कर निस्तारण के पूरे प्रयास किए जाएं। उन्होंने अगस्त माह में राजस्व प्रकरणों की प्रगति को संतोषजनक बताते हुए अधिकारियों को और ऊर्जा के साथ कार्य करने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अगर किसी स्थान पर कृषि फसल खराबा हुआ हो तो उसकी रिपोर्ट तैयार करे। जिला एवं तहसील स्तर पर अधिकृत कम्पनी के व्यक्ति को बुलाकर शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दें, अगर कोई किसान आकर खेत में खराबें के संबंध में पानी भराव के संबंध में शिकायत करता है तो उसका तुरंत निस्तारण किया जाए आवश्यकता होने पर गिरदावरी भी करवाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि दिपावली के पर्व पर जिले के विभिन्न स्थानों में आतिशबाजी के अस्थााई अनुज्ञापत्र जारी किए जाने है। जिसके लिए सभी उपखण्ड अधिकारी स्थलों का चयन करें स्थल चयन करते समय एक दुकान से दुसरी दुकान के मध्य तीन मीटर का फासला रखने, एक सुमह में 50 से अधिक दुकाने नहीं लगाने, एक शेड के 50 मीटर के फीतर प्रदर्शन अनुज्ञान भी नहीं किया जाए तथा शेड का निर्माण एक दुसरे के सामने नहीं हो, नगर स्थानीय निकाय व पंचायत उपलब्ध जगह की स्थिति का नक्शा प्रस्तुत करते हुए यह सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रार्थी जिसने आवेदन किया है वह बकाया नहीं रहे। उन्होंने विशेष कर रानी, देसूरी, तखतगढ़ व फालना तहसीलदार को स्थान का चयन शीघ्र करने की कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्थाई अनुज्ञा पत्र की चैकलिस्ट सभी को भिजवाई जा चुकी है उसकी पालना करते हुए कार्यवाही सुनिश्चित करें। बैठक में जिलाधिकारियों व राजस्व अधिकारियों के मध्य विभिन्न विभागों के मामलों के निस्तारण के लिए संवाद स्थापित किया गया जिसमें पेयजल, बिजली, कृषि, सड़क आदि मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्रसिंह चौधरी ने राजस्व मामलों एवं वसूली प्रकरणों का विस्तृत जानकारी देते हुए माह अगस्त में हुई प्रगति के मामलों में बताया। बैठक में नगर परिषद आयुक्त आशुतोष आचार्य, उप निदेशक सांख्यिकी हरिशचन्द्र पारीख, उप विधि परामर्शी अरविन्द राजपुरोहित, कृषि विभाग के प्रभात रंजन, विनोद कुमार भाटी, नरेन्द्र व्यास, संदीप दवे, हिमांशु व्यास मौजूद रहे।