स्वास्थ्य सचिव ने निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया

सेवा भारती समाचार
पाली। पाली मेडिकल काॅलेज के अधीन राजकीय बांगड़ अस्पताल का सोमवार को स्वास्थ्य सचिव वैभव गेलरिया ने निरीक्षण कर कोविड़ 19 प्रबंधन एवं चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया।
सचिव ने बांगड़ अस्पताल में जिला कलक्टर अंश दीप एवं मेडिकल काॅलेज के प्रिंसिपल डाॅ. हरिश के साथ अस्पताल के प्रत्येक वार्ड में घुमकर चिकित्सा सुविधा के संबंध में की गई तैयारियों को देखा। उन्होंने आईसोलेशन वार्ड, आईसीयू वार्ड सहित अन्य वार्डो का दौरा कर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड़ 19 को देखते हुए मरीजों के स्वास्थ्य के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किए जाए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने पीएमओ से आॅक्सीजन सिलेण्डर, वेन्टिलेटर सहित लोजेस्टीक की व्यवस्था के संबंध में गहनता से पुछताछ कर स्वास्थ्य केन्द्रों पर आवश्यक जांच सुविधा एवं दवाईयों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने मेडिकल काॅलेज द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की जांच का दायरा बढ़ाते हुए चिकित्सा अधिकारियों व कार्मिकों को सभी आवश्यक संसाधन मुहिया करवाने की बात कहीं। उन्होंने कोरोना से संक्रमित मरीज को 14 दिन के बाद प्लाज्मा दान करने के संबंध में भी जागृत करने के लिए कहा। उन्होंने कोविड़ के साथ ही अन्य बिमारियों के ईलाज की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बांगड़ अस्पताल में भर्ती मरीजों की कोविड़ 19 की जांच रिपोर्ट शीघ्र मंगवाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने बांगड़ अस्पताल में चिकित्सा अधिकारियों की बैठक लेकर अस्पताल में की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए पीएमओ को निर्देश प्रदान किए।
जिला कलक्टर अंश दीप ने बताया कि वर्तमान में मेडिकल काॅलेज में लगभग 1000 कोरोना संक्रमित मरीजों के सैम्पल की जांच की जा रही है। जिसे और बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड़ 19 के संबंध में सभी आवश्यक व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आरपी अरोड़ा ने कोविड़ 19 के संबंध में बांगड़ अस्पताल में किए गए प्रबंधन की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में 69 बेड कोविड़ मरीजों के लिए रिजर्व रखे गए है। जिसमें 56 बेड पर वर्तमान में मरीज भर्ती है। एक दो दिवस में कोविड़ बेडों की संख्या 105 तक कर दी जाएगी। इस मौके पर सभी चिकित्सा अधिकारी एवं पैरामेडिकल स्टाॅफ के अधिकारी भी मौजूद रहे।