सीएबीए एमडीटीपी कोर्स के विद्यार्थियों का प्रशस्ति पत्र वितरण समारोह सम्पन्न

जोधपुर। भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग नई दिल्ली द्वारा संचालित सीएबीए एमडीटीपी कोर्स के विद्यार्थियों का जोधपुर के मारवाड़ कम्प्यूटर सेन्टर में प्रशस्ति पत्र वितरण समारोह आयोजित किया गया।
    केन्द्र प्रभारी मोहम्मद अमीन ने बताया कि मारवाड़ मुस्लिम एज्यूकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसायटी में चल रहे इस सेन्टर में राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) चंडीगढ़ एवं राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद (एनसीपीयूएल) नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में चलने वाले कम्प्यूटर सहित उर्दू भाषा के इस एक वर्षीय कोर्स में बेसिक कम्प्यूटर नोलेज, फोटोशॉप, कोरलड्रॉ, ऑटोकेड, टेली अकाउन्टिग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, इन्टरनेट सम्बंधी जानकारी तथा उर्दू बोलना, लिखना व समझना तथा उर्दू टाइप सॉफ्टवेयर इनपेज भी सिखाया जाता है ताकि कम्प्यूटर व उर्दू भाषा क्षेत्र में विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर मिल सकें।
      सीनियर फैकल्टी जाहिद अहमद ने बताया कि अलीगढ के आये इंग्लिश विषय के प्रोफेसर डॉ. सोहेल, मौलाना आजाद मुस्लिम बीएड कॉलेज की प्राचार्या डॉ श्वेता अरोड़ा, मारवाड़ मुस्लिम एज्यूकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसायटी के आईटी मैनेजर मोहम्मद नासिर, इसोस ग्लोबल जोधपुर सेन्टर के असिस्टेंट डायरेक्टर सेल्स एण्ड मार्केटिंग सुजाअत हुसैन ने संयुक्त रूप से सभी छात्र-छात्राओं की हौसलाअफजाई करते हुए कम्प्यूटर क्षेत्र की प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कम्प्यूटर प्रोजेक्ट से जुड़ने की सलाह दी। कम्प्यूटर क्षेत्र में महिलाओं व बालिकाओं के लिए घर बैठे हुए रोजगार हासिल करने के टिप्स भी बताये।
      जूनियर फैकेल्टी अमन ने जानकारी दी कि सीएबीए एमडीटीपी कोर्स के द्वितीय बैच में मंतशा ने 70.57 प्रतिशत से पहला, अक्शा सिद्दीकी 66.57 प्रतिशत से दूसरा व मुस्कान जैदी ने 65.71 प्रतिशत से तीसरा स्थान हासिल किया। कुल 13 बच्चों को आईटी व उर्दू कोर्स के सर्टिफिकेट वितरित किये गये।
      प्रशस्ति पत्र वितरण समारोह में इसोस ग्लोबल के मोहम्मद अहमद रजा, साहिबुर्रहमान, फरहाना, सीएबीए कोर्स के स्टूडेन्ट हम्ज़ा, अक्शा, जोया, जन्नत, सानिया, अनम, सेलिना, अलिशा, तौफिक, फैसल, अहद, अब्दुल रहमान, मौजूद थे। अंत में स्टूडेन्ट ने अपने अनुभव भी साझा किये।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button