कौशल-आधारित शिक्षा और ज्ञान-आधारित शिक्षा दोनों व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते : जिस्टस गर्ग

बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र एवं बालिका गृह जोधपुर में जस्टिस मनोज कुमार गर्ग ने किया निरीक्षण एवं कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

जोधपुर। बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र जोधपुर में किशोर न्याय समिति राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर के अध्यक्ष न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग ने बालिका गृह एवं नारी निकेतन की आवासनियों के कौशल विकास हेतु आरएसएलडीसी द्वारा पेपर प्रोडक्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग ने कहा कि कौशल-आधारित शिक्षा और ज्ञान-आधारित शिक्षा दोनों व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राजकीय व गैर राजकीय बाल ग्रहों में निवासरत बच्चों के लिए बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र में टीमें जिस प्रकार शिक्षा के साथ के साथ विभिन्न कौशल प्रशिक्षण दे रहे हैं उससे निश्चित बालक बालिकाएं नई जिम्मेदारियां लेने और अधिक आत्मविश्वास के साथ कार्यों को निपटाने में सक्षम हो रहे हैं। ऐसे बच्चों की जो सेवा कार्य कर रहे हैं वह बहुत पुण्य का कार्य कर रहे हैं। न्यायाधिपति गर्ग ने सेंटर का निरीक्षण करते हुए कोर्स के ट्रेनर से जानकारी ली। उन्होंने पूर्व में हुए प्रशिक्षणों की जानकारी लेकर बच्चों को मिले रोज़गार के बारे में सराहना की।अतिथियों का स्वागत करते हुए राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर किशोर न्याय समिति के वरिष्ठ सलाहकार राकेश कुमार चौधरी ने कहा बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना से वर्तमान तक की यात्रा में चुनौतियां अवसर एवं संभावनाओं पर चर्चा की।
पारिवारिक पुनर्वास के बारे में जानकारी दी
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की संयुक्त निदेशक मनमीत कौर ने राजकीय किशोर गृह, राजकीय बालिका गृह, नारी निकेतन सहित गैर राजकीय गृहों के बच्चों व नारी निकेतन की आवासीन महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं व प्रवेश, पारिवारिक पुनर्वास के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि सोशल वर्कर एवं हार्टफुलनेस कोच संगीता गर्ग थी । कार्यक्रम का संचालन कृष्णा वैष्णव एमआईएस असिस्टेंट किशोर न्याय समिति राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ बी एल सारस्वत सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग ने किया।
कार्यक्रम में नारी निकेतन बालिका गृह की आवासिनियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई।
सेवा कार्य करने पर किया सम्मान
कार्यक्रम के दौरान राजकीय गृहों में निवासरत बच्चों के लिए समय समय पर सेवा कार्य करने पर सेवानिवृत्त शिक्षिका इंद्रा कच्छवाहा, मदर वर्ल्ड फाउंडेशन के राजेन्द्र गुर्जर, लक्ष्य बाल विकास केन्द्र ओसियां के डॉ. रविप्रकाश, आधार सेवा केन्द्र के प्रबंधक खेमराज सिंह सहित अन्य का सम्मान किया।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर किशोर न्याय बोर्ड प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट शैलेंद्र चौधरी बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विक्रम सरगरा, सदस्य जय भाटी, गंगाराम देवासी, बबीता शर्मा, अनिल मरवण, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य माधोसिंह सांखला, नारी निकेतन अधीक्षक रेखा शेखावत, परिवीक्षा अधिकारी रुक्मणी गढ़वाल, परिवीक्षा अधिकारी शिकुन राम फिडौदा, अधिकारी जानकीदास, रोहेल पठान, वरिष्ठ सहायक दिनेश राजावत, भारती लटियाल, कनिष्ठ सहायक दयाराम चौधरी, संरक्षण अधिकारी डॉ.सरोज चौहान, अर्जुन गहलोत, महेश सारस्वत, त्रिदेव वैष्णव, निरंजन गहलोत, रितु कच्छवाहा, चंद्र किरण दवे, सिम्पल गोयल सहित कार्मिक, भामाशाह व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।