ट्रेनों में टिकट चेकिंग का काम हुआ अब हाईटेक, ऑनलाइन पेमेंट भी स्टार्ट

Gulam Mohammed, Editor, Seva Bharati

-टीटीई हुए हाईटेक,कागज के चार्ट की छुट्टी

-कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा

-क्यू आर कोड से पैमेंट सीधे रेलवे के खाते में

जोधपुर। रेलवे ने ट्रेनों में टिकट जांच में तैनात अपने टीटीई का कार्य पेपरलेस बनाने की दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए ऑनलाइन पेमेंट का नवाचार प्रारंभ किया है।

इसके तहत कागज पर प्रिंट होने वाले रिजर्वेशन चार्ट को रेलवे ने पहले ही हाईटेक करते हुए इसे टीटीई को उपलब्ध कराई गई एचएचटी (हैंड हेल्ड टर्मिनल) मशीन में समायोजित कर दिया जिससे ट्रेन में आरक्षित टिकटों की जांच ऑनलाइन होना प्रारंभ हो गई और स्टेशनों पर टीटीई में चार्ट का आदान-प्रदान भी बंद हो गया और अब चलती ट्रेन में ऑनलाइन पेमेंट के सिस्टम ने रेलवे ने टिकट जांच के साथ-साथ लेन-देन का काम भी आसान बना दिया है।

जोधपुर डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन में पैसेंजर्स को हाईटेक सर्विस उपलब्ध करवाने की दिशा में लगातार किए जा रहे नवाचारों में टीटीई की एचएचटी मशीन से चलती ट्रेन में ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा लागू की गई है जिससे कैशलेस ट्रांजेक्शन विजन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को भी आसानी होगी।

सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा ने इस संबंध में बताया कि रेल मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार जोधपुर मंडल पर टीटीई के पास पहले से उपलब्ध करीब तीन सौ हैंड हेल्ड टर्मिनल में मौजूद ऑनलाइन पेमेंट के लिए क्यू आर कोड को अपडेट कर दिया गया है। जिससे आरक्षित कोचों में कार्यरत टीटीई ने डिजिटल पैमेंट लेना शुरू भी कर दिया है। इसके लिए टीटीई का संबधित ट्रेन में कार्य हेतु कंप्यूटर में साइन ऑन होना जरूरी होगा।

क्यू आर कोड से पैमेंट सीधा रेलवे के खाते में
एचएचटी से ऑनलाइन भुगतान लेने से टीटीई का काम और आसान हो गया है क्योंकि ट्रेन में पैसेंजर्स से लिया गया ऑनलाइन पेमेंट सीधा रेलवे बुकिंग में ट्रांजेक्ट होता है और एचएचटी मशीन में इसका रिकॉर्ड भी रहता है।

बंद हुआ परंपरागत रिजर्वेशन चार्ट का चलन
टीटीई के पास अत्याधुनिक एचएचटी मशीन की उपलब्धता ने रेलवे के बरसों पुराने रिजर्वेशन चार्ट का प्रचलन लगभग बंद हो गया है। अब टीटीई के हाथ में चार्ट की जगह इन मशीनों ने ले ली है जिसमें यात्री के आरक्षण का पूरा ब्यौरा बहुत व्यवस्थित हो गया है तथा टीटीई अपनी मर्जी से उसमें किसी भी तरह का परिवर्तन नही कर सकते। इस मशीन को हैंडल करने के लिए सभी टीटीई को प्रशिक्षित किया जा चुका है। खुद टीटीई इस नई व्यवस्था से संतुष्ट है। उल्लेखनीय है कि मशीन में रेलवे द्वारा समय – समय पर अपडेट किया जा रहा है।

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