गहलोत के शासन में ही पुलिसिंग कमजोर हुई, लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं : पूनिया

जोधपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन में भी कानून व्यवस्था कमजोर हुई है और लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। गहलोत को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए, उन्हें बयानबाजी से पहले सोचना चाहिए। वे आज जोधपुर प्रवास पर पहुंचे और यहां मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
एसडीएम के साथ हुई घटना को लेकर पूनिया ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से खिलाफ भाजपा ने खूब बोला था तभी वे सत्ता से बाहर हुए है। यदि वो सवाल खड़े करते है तो उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उनके शासन काल में पांच साल तक कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई थी, उन्होंने विरासत में जो दिया है, यहां की पुलिसिंग को कमजोर किया है। भाजपा ने उसे सुधारने के साथ दुरूस्त करने का काम भी किया है।
पूनिया ने कहा कि लोकतंत्र में हमारा जो संविधान है उसका मर्यादा से पालन करना चाहिए, हिंसा का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। समाज में गरिमा और मर्यादा बनी रहनी चाहिए। लोकतंत्र में ब्यूरोक्रेसी, डेमोक्रेसी और राजनेता को मिलकर काम करना चाहिए ताकि देश प्रदेश का विकास हो सकेें। इनके संबंध भी ठीक होने चाहिए। ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो। यह राजनीतिक दलों के लिए सीख है। चुनाव को लेकर पूनिया ने कहा कि बीजेपी अधिकाश सीटें जीतेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button