हम राज करने नहीं, व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं: मुख्यमंत्री

अधिस्वीकृत पत्रकार गुलाम मोहम्मद, सम्पादक, सेवा भारती, जोधपुर
पश्चिम राजस्थान हस्तशिल्प उत्सव का उद्घाटन

जोधपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि पश्चिमी राजस्थान हस्तशिल्प उद्योग मेला शिल्पकारों को मंच देने का काम कर रहा है। राजस्थान का हस्तशिल्प हमारे प्रदेश का गौरव है। यह हमारी समृद्ध् सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत उदाहरण भी है। शर्मा गुरुवार को जोधपुर के रामलीला मैदान में शुरू हुए पश्चिम राजस्थान हस्तशिल्प उत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने एक साल में पानी बिजली और रोजगार के विषय पर अभूतपूर्व काम किया है। शर्मा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको हमारे काम पच नहीं रहे हैं। उनको अपने 1 साल के कार्यकाल और हमारे 1 साल के कार्यकाल का आंकलन करना चाहिए। हमने प्रदेश के विकास के काम में किसी एमएलए या किसी क्षेत्र को नहीं देखा है। पूरे प्रदेश के विकास के लिए हमने बजट जारी किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन कामों की बजट में घोषणा हुई थी, उनमें से 98 प्रतिशत की जमीन आवंटित हो गई है।

शर्मा ने कहा कि हम राज करने नहीं आए हैं, हम व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। पानी पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ईआरसीपी और यमुना जल समझौता इसका उदाहरण है। हमारी नीयत साफ थी, इसलिए ऊपर वाले ने भी हमारा साथ दिया। अच्छी बारिश हुई तो सारे बांध भर गए। बिजली के क्षेत्र में हमने गहलोत सरकार से दोगुना काम एक साल में ही कर दिया है। केंद्र सरकार से हमने किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराने के लिए एमओयू किया है। शर्मा ने कहा कि पानी का दर्द जोधपुर वाले से ज्यादा कौन समझ सकता है। मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने संबोधन में 1 साल में सरकार द्वारा किए गए प्रमुख कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में औद्योगिक वातावरण विकसित किया जाएगा। इससे उद्योग पनपेंगे और युवाओं को रोजगार मिलेगा। हमारी सरकार युवाओं के स्किल डेवलपमेंट पर भी काम कर रही है। हम संकल्प पत्र का एक एक वादा पूरा करेंगे। हमने लघु सूक्ष्म और भारी उद्योगों के लिए नीति बनाई है। स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई है।

एक भी पेपर आउट नहीं हुआ
उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक साल में एक भी पेपर आउट नहीं हुआ। युवाओं को रोजगार देने के लिए अब तक 47 हजार नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। 12 जनवरी को 13 हजार नियुक्ति पत्र देंगे। 81 हजार नौकरियों के लिए कैलेंडर जारी कर दिया है। युवा अब जमकर मेहनत कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस 1 साल में एक भी पेपर आउट नहीं हुआ है। कुछ दिनों पहले नकल के प्रयास हुए तो वे आज सलाखों के पीछे हैं।
राइजिंग राजस्थान की मॉनिटरिंग शुरू
राइजिंग राजस्थान के लिए हुए 35 लाख करोड़ के एमओयू को हम धरातल पर उतरने के लिए काम कर रहे हैं। हर महीने की 11 तारीख को बैठक हो रही है। हर कलेक्टर को रिपोर्ट देनी है। एमओयू पूरा नहीं करने वाले को दुबारा मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि 100 करोड़ रुपए तक के एमओयू की मॉनिटरिंग कलेक्टर, हजार करोड़ रुपए तक की मुख्य सचिव और हजार करोड़ से ऊपर के एमओयू की मॉनिटरिंग मैं स्वयं कर रहा हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार उनकी शिक्षा के रूप मिल सकता है। इसके लिए सरकार एक पोर्टल लेकर आ रही है। इसमें हर शिक्षा के स्तर के आधार पर डिप्लोमा लेने स्किल ट्रेनिंग लेने के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।
उत्सव स्थल का किया दौरा
उत्सव का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल और उद्योग राज्य मंत्री केके बिश्नोई ने उत्सव स्थल में लगे अलग-अलग स्टॉल का दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लघु उद्योग से जुड़े उत्पादों को सराहा। उन्होंने वहां आए वेंडर्स से बात की। इस कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, विधायक देवेंद्र जोशी, अतुल भंसाली और बाबू सिंह राठौड़ मौजूद रहे। कार्यक्रम में पाक विस्थापितों को पट्टे वितरण की भी शुरुआत की गई।
मुख्यमंत्री का जोधपुर पहुंचने पर स्वागत
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के जोधपुर पहुंचने पर एयरपोर्ट पर जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व आमजन ने भावभीनी अगवानी की। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का राजस्थानी साफे और फूल मालाओं से अभिनंदन किया गया। इस दौरान कई लोगों ने उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान के लिए ज्ञापन भी सौंपे। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याएं सुन उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया। मुख्यमंत्री के साथ संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल भी मौजूद थे। अगवानी करने वालों में उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री केके विश्नोई, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, विधायक अतुल भंसाली, देवेन्द्र जोशी, बाबू सिंह राठौड़, महापौर दक्षिण वनिता सेठ, पूर्व जेडीए चेयरमैन प्रो. महेंद्र सिंह राठौड़, संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह, पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार, जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी शामिल थे।
सीएम से लिपटकर रोई गैंगरेप पीडि़त नाबालिग
इस दौरान फलोदी जिले के थाना क्षेत्र में गैंगरेप का शिकार हुई नाबालिग भी पहुंची। सीएम जब फरियादियों से मिल रहे थे उस दौरान नाबालिग ने रोकर अपनी पीड़ा सीएम को बताई। कहा कि उसके साथ हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस की ओर से कड़ी कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस मामले में कई रसूखदार आरोपी भी शामिल हैं जिन्हें पुलिस बचा रही है। इस दौरान नाबालिग रोने लग गई। इस पर भजनलाल शर्मा ने साथ मौजूद पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले को लेकर जानकारी मांगी। वहीं पीडि़ता ने बताया कि उनके साथ हुए गैंगरेप के मामले में तीन आरोपियों को पकड़ा गया है जबकि बाकी आरोपी फरार है और जब इस मामले को लेकर थाने जाते हैं तो पुलिस ही उन्हें धमका कर भगा देती है।
प्रदेश में पीएम कुसुम योजना को मिल रही गति
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कार्यकाल के पहले वर्ष में प्रदेश के विकास के लिए पानी-बिजली को केन्द्र मानते हुए कार्य किया। प्रदेश में जल उपलब्धता की आवश्यकता को ध्यान में रखकर संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी, यमुना जल समझौता, देवास परियोजना का मार्ग प्रशस्त किया एवं प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में 2 लाख 24 हजार करोड़ रुपये के एमओयू किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश में पीएम कुसुम योजना को गति मिल रही है और प्रदेश में पूर्ववर्ती सरकार की तुलना में इस योजनान्तर्गत हमारी सरकार ने 31 गुना अधिक काम किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा पीएम कुसुम योजना के कम्पोनेंट-ए के अंतर्गत 5 हजार मेगावाट के अतिरिक्त आवंटन से प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा।
हस्तशिल्प का उत्थान राज्य सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 6 लाख से ज्यादा शिल्पकारों और कारीगरों के लिए हस्तशिल्प के क्षेत्र में प्रगति के नए रास्ते खोले जा रहे हैं। सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं, जिनमें कारीगरों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास से लेकर प्रशिक्षण और विपणन जैसे अवसर प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के शिल्पकारों और कारीगरों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने के लिए कौशल विकास को बढ़ावा दे रही है। हाल ही में राजस्थान निर्यात संवर्धन नीति 2024 और एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) नीति जैसी पहल की गई हैं। जिलों की उत्कृष्ट हस्तशिल्प को ओडीओपी में शामिल कर विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
पीएम विश्वकर्मा योजना से आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ते कदम
श्री शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के हस्तशिल्पियों और कलाकारों की कला को सम्मानित करने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरूआत की है। इस योजना में राज्य सरकार द्वारा 2 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान जारी कर उन्हें सक्षम एवं समृद्ध बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से कलाकारों को उचित प्रशिक्षण, ऋण सहायता और वैश्विक बाजार तक पहुंच मिल रही है जिससे वे आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी निभा सकें।
हस्तशिल्प, हैंडलूम और एमएसएमई के 50 नए क्लस्टर किए जाएंगे विकसित
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदर्शनी, कार्यशाला, सेमिनार आदि के आयोजन के लिए जयपुर में पीएम यूनिटी मॉल की स्थापना की जाएगी। साथ ही, प्रदेश में हस्तशिल्प, हैंडलूम और एमएसएमई के 50 नए क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि माटी कला से जुड़े प्रदेश के कलाकारों के उत्थान के लिए माटी कला उत्कृष्टता केंद्र, चयनित खादी ग्रामोद्योग संस्थाओं एवं समितियों के साथ ही बुनकर संघ से जुड़े बुनकरों को ऋण एवं सहायता उपलब्ध करवाना, नई पर्यटन इकाई नीति जैसे निर्णयों से हमारे शिल्पकारों को बढ़ावा मिलेगा।
हस्तशिल्प में नवाचार और तकनीक का हो रहा समावेश
श्री शर्मा ने कहा कि हम पारंपरिक हस्तशिल्प कला को संरक्षित करने के साथ इसे नवाचार और आधुनिक तकनीक से जोड़ कर वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी उत्कृष्ट बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री 4.0 की ओर बढ़ने में हस्तशिल्प को तकनीकी नवाचार और स्मार्ट समाधानों का हिस्सा बनाना जरूरी है। राज्य सरकार द्वारा शिल्पकारों को भी स्मार्ट टेक्नोलॉजी एवं डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़कर भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार अंत्योदय के संकल्प से साथ कार्य कर रही है। राज्य सरकार अंतिम पायदान पर खडे़ व्यक्ति के उत्थान को लेकर कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पांच वर्ष में 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों का लक्ष्य रखा है। इसी दिशा में राज्य सरकार ने अब तक लगभग 47 हजार पदों पर युवाओं को नियुक्तियों प्रदान की हैं। वहीं इसी माह में 13 हजार 500 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इसके साथ ही, लगभग 81 हजार सरकारी नौकरियों के लिए वर्ष 2025 में होने वाली परीक्षाओं का कलेण्डर जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के कौशल विकास को बढ़ावा देने में लिए युवा नीति ला रही है।
इससे पहले मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने दीप प्रज्वलन कर हस्तशिल्प उत्सव का विधिवत शुभारंभ किया एवं उत्सव के केन्द्रीय पांडाल एवं बेट द्वारका का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘लूणी: समग्र विकास को समर्पित एक वर्ष’ विकास पुस्तिका, मसाला उद्योग से संबंधित फोल्डर एवं लघु उद्योग भारती के मुख पत्र लघु उद्योग टाइम्स का भी विमोचन किया। साथ ही, मुख्यमंत्री ने 5 पाक विस्थापितों को पट्टे भी वितरित किए।
कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल, उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री श्री के.के. बिश्नोई, जीव जंतु कल्याण बोर्ड अध्यक्ष श्री जसवंत सिंह विश्नोई, राज्यसभा सांसद श्री राजेंद्र गहलोत, विधायक श्री देवेन्द्र जोशी, श्री अतुल भंसाली, श्री बाबूसिंह राठौड़, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री निंबाराम, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री घनश्याम ओझा, लघु उद्योग भारती के संगठन मंत्री श्री प्रकाश जी सहित अन्य जनप्रतिनिधि व आमजन उपस्थित रहे।

