रामदेवरा मेले में लगेगा 33 दिवसीय “लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्र कुम्भ 2025”
1 अगस्त से 2 सितंबर तक चलेगा महाशिविर, 1.25 लाख से अधिक लोगों की नेत्र जांच का लक्ष्य
जोधपुर। हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करने वाले रामदेवरा मेले में इस वर्ष विशेष पहल के रूप में 33 दिवसीय “लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्र कुम्भ 2025” का पोकरण—रामदेवराआयोजन किया जा रहा है। यह विशाल नेत्र जांच एवं उपचार महाशिविर 1 अगस्त से 2 सितंबर 2025 तक चलेगा, जिसमें 1,25,000 से अधिक लोगों की आंखों की जांच, 1 लाख लोगों को निःशुल्क चश्मा व दवाइयां वितरण तथा लगभग 11,000 मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
यह जानकारी सक्षम संगठन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मान्य चंद्रशेखर जी ने एक पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि यह सेवा शिविर दिव्यांग जनों के लिए समर्पित सक्षम संस्था द्वारा विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिससे रामदेवरा आने वाले लाखों भक्तों को निःशुल्क नेत्र चिकित्सा सुविधा सुलभ हो सकेगी।
सेवा में जुटे कई संगठन
महाशिविर आयोजन समिति के उपाध्यक्ष श्री निर्मल गहलोत ने बताया कि इस महायज्ञ में राज्य सरकार के सहयोग के साथ-साथ श्री बाबा रामदेव सेवा समिति रामदेवरा, सीमाजन कल्याण समिति, नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन, जनसेवा समिति जैसलमेर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विद्या भारती, विश्व हिन्दू परिषद, सेवा भारती, भारत विकास परिषद, राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) जैसे प्रमुख संगठन भी भागीदारी निभा रहे हैं।
वरिष्ठ नेत्र चिकित्सकों की देखरेख में होगा आयोजन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश जौहरी ने बताया कि राजस्थान के छह प्रमुख मेडिकल कॉलेजों के नेत्र विशेषज्ञों की सलाहकार समिति के निर्देशन में यह शिविर संचालित होगा। अत्याधुनिक मशीनों से नेत्र जांच, उच्च गुणवत्ता वाले चश्मों का वितरण और योग्य ऑप्टोमेट्रिस्ट व मेडिकल स्टाफ की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।
उद्योगपतियों का मिलेगा सहयोग
महासचिव खेताराम लीलड़ ने बताया कि इस आयोजन में राजस्थान के कई प्रतिष्ठित उद्योगपतियों ने आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की है। संपूर्ण आयोजन पश्चिम राजस्थान के संत-महात्माओं के सान्निध्य में सम्पन्न होगा। यह सेवा यज्ञ केवल नेत्र चिकित्सा नहीं, बल्कि समाज में सेवा, समर्पण और समरसता का भी प्रतीक बनेगा।