विश्वसनीयता बनाए रखना आज की आवश्यकता: जस्टिस माथुर
जोधपुर। राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति जस्टिस एनएन माथुर ने कहा कि आज हर संस्था की विश्वसनीयता को सन्देह की दृष्टि से देखा जा रहा है। माहौल ऐसा है कि सही करो तो भी गलत महसूस कराया जाता है। ऐसे में न्यायपालिका, कार्यपालिका, विधायिका व मीडिया सहित सभी लोकतंत्र की हितकारी संस्थाओं की विश्वसनीयता बनाए रखना आज की आवश्यकता है। वे स्व. माणक मेहता की 45वीं पुण्य तिथि पर आयोजित ‘लोकतंत्र, न्यायपालिका और जागरूक मीडिया’ विषयक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए जस्टिस माथुर ने कहा कि वर्तमान में सभी संस्थाएं दबाव में कार्य करती प्रतीत हो रही है। ऐसे में आमजन को चाहिए कि वह स्वयं ही लोकतंत्र के चारों स्तंभों का विश्लेषण करें और निर्णय ले कि क्या सही है, क्या गलत है। देश को कैसा बनाना है, किस रास्ते पर ले जाना है, यह जनता तय करेगी। ना कि चुने हुए प्रतिनिधि। मुख्य अतिथि मानवाधिकार आयोग राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश टाटिया ने आजादी से पूर्व की व्यवस्थाओं का समाप्त करने का सुझाव देते हुए कहा कि चाहे जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी सभी की एकाउंटेबिलिटी जरूरी हो, यही सच्चे लोकतंत्र की निशानी है। विशिष्ट अतिथि शहर विधायक मनीषा पंवार ने कहा कि समय के साथ-साथ मीडिया में भी बदलाव आया है, लेकिन लोकतंत्र की मजबूती के लिए सबको समन्वय व सहयोग से कार्य करना होगा। प्रेस कौंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व सदस्य गुलाब बत्रा ने अखबारों को सार्वजनिक सेवा का माध्यम बताया। इससे पूर्व जलतेदीप के प्रधान सम्पादक पदम मेहता ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन मुकेश मांडण ने किया। अंत में समाचार सम्पादक गुरूदत्त अवस्थी ने आभार जताया।
समारोह में खोजपूर्ण, गवेशणात्मक व रचनात्मक पत्रकारिता के क्षेत्र में दिये जाने वाले माणक पुरस्कार-2019 व पांच विशिष्ट पुरस्कारों की घोषणा माणक अलंकरण चयन समिति की ओर से मानवाधिकार आयोग, राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश टाटिया ने की जिसमें केआर मुंडियार को माणक अलंकरण तथा विशिष्ट पुरस्कारों में जनसम्पर्क श्रेणी में मोहनलाल सुखाडिया विवि, उदयपुर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. कुंजन आचार्य, कार्टूनिस्ट श्रेणी में स्वतंत्र कार्टूनिस्ट मयूर चौपासनी स्कूल के अर्जुन सिंह राठौड, शेरूद्धीन खान तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया श्रेणी में दूरदर्शन के सहायक निदेशक मुरारी गुप्ता को दिए जाने की घोषणा की गई। संगोष्ठी में स्वर्गीय माणक मेहता की पत्नी स्वर्गीय कमला मेहता की स्मृति में शुरू किए गए पहले राजस्थानी लेखन महिला साहित्यकार पुरस्कार डॉ. चांदकौर जोशी को दिए जाने की घोषणा की गई। चयनित पत्रकारों को 2 अक्टूबर 2020 को सम्मानित किया जाएगा।