इंदिरा गांधी नहर का प्रस्तावित 70 दिन क्लोजर स्थगित
जोधपुर। इंदिरा गांधी मुख्य नहर में मरम्मत कार्य के कारण प्रस्तावित इस बार सबसे बड़े क्लोजर को फिलहाल स्थगित किया गया है। यह क्लोजर 25 मार्च से प्रस्तावित था, लेकिन कोरोना को महामारी घोषित करने के बाद देश में लॉक डाउन की स्थिति व पंजाब में कफ्र्यू के हालात के कारण क्लोजर की समीक्षा फिर से अप्रेल के दूसरे सप्ताह में की जाएगी।नहर में इस बार सबसे बड़े क्लोजर की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। पंजाब क्षेत्र में इस बार मरम्मत कार्य होना था, इसलिए 70 दिन तक मुख्य नहर को बंद रखा जाना था, लेकिन इस दौरान उसकी जरूरत जितना पानी 40 दिन तक पंजाब ने देने की बात कही थी। 25 तारीख से यह क्लोजर प्रस्तावित था, लेकिन अब लॉक डाउन परिस्थितियों के कारण इसे स्थगित करने का निर्णय किया गया है।बता दे कि प्रदेश में 70 दिन तक पेयजल को स्टोर करने की व्यवस्था नहीं है। खास तौर पर पश्चिमी राजस्थान के जिले अधिकतम 35 से 40 दिन तक का ही पानी संचित कर सकते हैं। इस कारण 70 दिन मुख्य नहर को तो बंद रखा जाएगा, लेकिन पंजाब सहायक नहर के जरिये 70 में से 40 दिन तक राजस्थान को पेयजल योग्य सप्लाई देता रहेगा। हर साल राजस्थान में क्लोजर की अवधि 30 से 35 दिन ही होती है। जोधपुर के कायलाना व तख्तसागर जलस्रोतों में फिलहाल 360 एमसीएफटी क्षमता के विरुद्ध 313 एमसीएफटी पानी है। जो कि पर्याप्त है। इस बार कोरोना इफेक्ट के कारण ही हर पखवाड़े होने वाला 24 घंटे का शटडाउन भी विभाग ने नहीं लिया है।
नया पद स्वीकृत
पश्चिमी राजस्थान के लिए महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में से एक राजीव गांधी लिफ्ट केनाल के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में अतिरिक्त मुख्य अभियंता का नया पद स्वीकृत किया गया है। जोधपुर शहर के अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार पेडीवाल को पदोन्नत कर इस पद पर नियुक्ति दी गई है। लिफ्ट केनाल के तीसरे चरण के लिए इस वित्तीय वर्ष में 100 करोड़ का प्रोजेक्ट रखा गया है। साथ ही जायका से भी लोन करने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट से जोधपुर, पाली, बाड़मेर जिले के सैकड़ों गांव लाभांवित होंगे। आगामी वित्तीय वर्ष में इसका काम शुरू होने की उम्मीद है, इसी कारण यह पद स्वीकृत किया गया है।