दादा साहब हजरत उमर शाह आबाद र.अ. झूंपी शरीफ का 24वां उर्स मुबारक कुल की रस्म के साथ सम्पन्न

अधिस्वीकृत पत्रकार गुलाम मोहम्मद, सम्पादक, सेवा भारती, जोधपुर
दादा साहब के मजार पर हिन्दू-मुस्लिम एक साथ चादर पेश कर दुआएं मांगते है

कौमी एकता की मिशाल : दादा साहब के मजार पर हिन्दू-मुस्लिम एक साथ चादर पेश कर दुआएं मांगते है


यूपी के मशहूर कव्वाल मोईन निजामी एण्ड पार्टी ने मनमोहक कव्वालिया पेश
जायरिनों ने चादर पेशकर देश में अमन चैन भाईचारे की दुआएं
जोधपुर/पाली। हिन्दू-मुस्लिम कौमी एकता की मिशाल दादा साहब हजरत उमर शाह आबाद र.अ. झूंपी शरीफ सुमेर झूपी, तहसील देसूरी, जिला पाली वालों का 24वां उर्स मुबारक 21 मार्च को बड़ी शानों शौकत व एतराम के साथ मनाया गया व देररात्रि 22 मार्च अल सुबह कुल की रस्म अदा की गई। उसके बाद गद्दी नसीन अय्युब साहब द्वारा उर्स समापन की घोषणा की गई।
दरगाह कमेटी के गद्दी नसीन अय्युब साहब ने जानकारी देते हुए बताया कि हर साल की तरह इस साल भी हिन्दू-मुस्लिम कौमी एकता की मिशाल दादा साहब हजरत उमर शाह आबाद र.अ. सुमेर झूंपी वालों का 24वां उर्स मुबारक बड़ी शानो शौकत व एहतराम के साथ मनाया गया। इस दौरान जोधपुर, पाली, जालोर, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर, अजमेर, अहमबाद, मुम्बई, ब्यावर, सोजत, मारवाड़ जंक्शन, आबूरोड सहित कई जगहों जायरिन शिरकत कर चादर पेशकर देश में अमन व चैन भाईचारे की दुआएं मांगी। उर्स के दौरान जायरिनों के लिए दोनों समय शुद्ध शाकाहारी लंगर व रोजा इफ्तार व सेहरी का माकूल व्यवस्था की गई है।
मीडिया प्रभारी जस्साराम चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि हजरत उमर शाह आबाद र.अ. सुमेर झुंपी उर्स के दौरान 21 मार्च शुक्रवार को सुबह 11.30 बड़ी चादर शरीफ पेश की गई। उसके बाद महाप्रसादी (लंगर खाना) आयोजन होगा। वहीं रात 11 बजे महफिले कव्वाली का आयोजन जिसमें यूपी के मशहूर कव्वाल मोईन निजामी एण्ड पार्टी व पगड़ीबंद कव्वाल तौफिक रोशन (जमाल रोशन) एण्ड पार्टी मनमोहक कव्वालिया व कलाम पेशकर समा बांध दिया। कव्वाल मोईन निजामी एण्ड पार्टी ने 1. कमली वाले से मिला देती… दादा साहब … तुम क्या मालूम क्या होती चाहत पीर की…दादा साहब 2. बिन मोहम्मद के जीने गव्वार नहीं.. तौफिक रोशन कव्वाल ने 1. तु सखी या दादा… तू वली ये दादा है…या दादा … तू ही तो दीवानों की जिंदगी है या दादा साहब 2. गरीबों का मदीना अजमेर…हम सबका अजमेर दादा साहब है…हाल दिल दादा को सुना सहित कई मनमोहक कव्वालिया पेशकर समा बांध दिया। उर्स के दौरान एंकर मोहम्मद शरीफ छीपा आकाशवाणी नागौर द्वारा बेहतरीन एंकरिंग की गई। पिछले पच्चीस वर्षो से मोहम्मद शरीफ छीपा एंकरिंग कर रहे है।
उर्स के दौरान बेहतरीन समाजसेवा करने वाले लंगर का इंतजाम भामाशाह लालाराम, पुनाराम पुत्र नेनाराम चौधरी निवासी वारा सोलंकियान व महाप्रसादी गफूर खा बगे खा पुत्र ऊके खान पांथेड़ी, आईदानमल सैन पाली, डॉ. राजेश राठौड़ देसूरी, फ्री बस सेवा इमरान भाई हिंगोल जोधपुर, नागौर आकाशवाणी के एंकर मोहम्मद शरीफ छीपा, पत्रकार गुलाम मोहम्मद, नदीम आफरीदी, राजू भाई लाईट डेकोरेशन, बाबूसिंह राजपूरोहित, इमाम साहब दाउद हुसैन का साफा व माला पहनाकर इस्तकबाल किया गया।
देर रात्रि 22 को सुबह कुल रस्म अदा की गई। कव्वाल तौफिक रोशन एण्ड पार्टी द्वारा रंग पेश किया गया। उसके बाद गद्दी नसीन अय्युब साहब द्वारा उर्स समापन की घोषणा की गई। इस दौरान उर्स कमेटी के जीवाराम परिहार, हरीसिंह व्यास, जसाराम चौधरी, गोपालकृष्ण श्रीमाली, रमण जैन, जहीर अहमद, मनोज कुमार, मगनसिंह व्यास, भंवरसिंह मादा, कासम खान, अब्दुल खान सहित सभी कार्यकर्ता सराहनीय सहयोग प्रदान किया।
