के.एन. कॉलेज में उर्दू विषय में प्रवेश नहीं देने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति
जोधपुर। के.एन. कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्राओं को उर्दू विषय में प्रवेश नहीं देने पर शहर कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए कॉलेज प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेने की मांग की।
शहर जिला कांग्रेस कमेटी उत्तर के जिलाध्यक्ष सलीम खान के निर्देश पर जोधपुर शहर जिला अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष दानिश गनी फौजदार और शिक्षक विभाग उत्तर अध्यक्ष मोहम्मद रफीक खान तथा दक्षिण अध्यक्ष नरेश मिश्रा के संयुक्त नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को कॉलेज पहुँचा।
प्रतिनिधिमंडल ने डीन संगीता कुक्कड़ और एस.एन. मीणा से मुलाकात कर छात्राओं को उर्दू विषय में प्रवेश से वंचित करने पर आपत्ति दर्ज कराई और राजस्थान सरकार की गाइडलाइन के अनुसार न्यूनतम 10 प्रवेश होने पर स्वैच्छिक विषय देने के नियम की याद दिलाई।
नरेश मिश्रा ने कहा कि उर्दू भाषा राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक विविधता की प्रतीक है और इसे संविधान की आठवीं अनुसूची में मान्यता प्राप्त है। मोहम्मद रफीक खान ने कॉलेज प्रशासन से आग्रह किया कि इस संवेदनशील विषय पर तुरंत निर्णय लेकर छात्राओं को लाभ पहुंचाया जाए।
दानिश गनी फौजदार ने उर्दू साहित्य और शायरी के ऐतिहासिक योगदान का उल्लेख करते हुए मिर्जा गालिब, इकबाल, फैज अहमद फैज, और राजस्थान के प्रसिद्ध शायर शिवकुमार बिस्सा ‘सिन क़फ़ निज़ाम’ व बृजेश ‘अंबर’ का हवाला दिया।
इस अवसर पर अल्ताफ खान, लतीफ़ खान अब्बासी, मुकीम गजदर, अकबर मंसूरी, अब्दुल वासिम खान, सलीम मोहम्मद खान और राजेश कुमार भी मौजूद रहे।