शिक्षकों को बताए तनावमुक्त रहने के गुर
जोधपुर। महावीर पब्लिक स्कूल में बुधवार को शिक्षकों के लिए सकारात्मक व नवोन्मेश कार्यशाला का आयोजन किया गया।
महावीर पब्लिक स्कूल की प्राचार्या श्रीमती स्वाति मेहता ने बताया कि आजकल की भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र में इतने व्यस्त रहते है कि वे अपने लिए समय निकाल ही नहीं पाते। मानसिक व शारीरिक थकावट की वजह से कार्य इतनी सहजता से नहीं कर पाते हैं जितना करना चाहिए। एक शिक्षक विद्यार्थियों के माध्यम से देश के भविष्य निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाता है। ऐसी परिस्थतियों में उसका अपने आप को तनाव से मुक्त रखना आवश्यक हो जाता है। सीबीएसई द्वारा भी अपने एजेंडे में इस प्रकार की गतिविधियों को शामिल किया गया है जिससे शिक्षक व विद्यार्थियों को तनावमुक्त व स्वच्छंद वातावरण मिल सके। इसी को ध्यान में रखते हुए विद्यालय के शिक्षकों के लिए कार्य-योजना बनाई गई, जिसके माध्यम से वे अपने आप को मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ बना सके। इसके लिए विद्यालय में शारीरिक व्यायाम के लिए ऐरोबिक्स, जुम्बा एवं योगासन सत्र आयोजित किया गया। कार्यशाला में त्वचा व बालों को स्वस्थ रखने के लिए श्रीमती जागृति आडवाणी द्वारा विभिन्न प्रकार के तरीके बताए गए। इसी कड़ी में ईश्वर की आराधना करते हुए मन की शान्ति के लिए प्रभात भजन व प्रार्थना-सभा आयोजित की गई जिससे कि हम अपने मन को शान्त करते हुए ईश्वर के प्रति समर्पण भाव व्यक्त कर सके। कार्यशाला में शिक्षकों ने अलग-अलग विषयों पर आधारित कॉलाज वर्क भी किया जिसमें दर्शन हाउस के शिक्षकों द्वारा ऑस्ट्रेलिया के जगंलों में लगी आग को दर्शाते हुए उसमें जीव-जन्तुओं के दर्द को दर्शाया गया। शक्ति हाउस में अद्र्धनारीश्वर का कॉलाज बनाया गया जिसमें शिवशक्ति व आदिशक्ति को दर्शाया गया, संस्कार हाउस ने एसिड अटेक से पीडि़ता के दर्द को व उसके जीवन में आगे आने वाली चुनौतियों व उनसे लडऩे की क्षमताओं को कॉलाज के माध्यम से दर्शाया है। सृजन हाउस ने ग्लोबल वार्मिंग एवं पर्यावरण को होने वाली क्षति से उसका संरक्षण किस प्रकार किया जा सके ये कॉलाज के माध्यम से दर्शाने का प्रयास किया, ज्ञान हाउस के माध्यम से आत्ममंथन कर यह दर्शाया गया है कि बिना स्त्रियों के दुनिया कैसी होगी और यदि स्त्रियों को अवसर दिए जाए तो दुनिया का स्वरूप कैसा होगा और चरित्र हाउस द्वारा विद्यार्थियों की मानसिकता एवं बौद्धिक स्तर को कागज पर उकेरा गया जिसमें रंगीन व डार्क ज़ोन बनाया गया। विद्यालय के सचिव कैलाश भंसाली ने बताया कि कार्यशाला का समापन बसंत पंचमी उत्सव मना कर किया गया। इस अवसर पर सभी शिक्षकों ने विद्यालय प्रांगण में मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की व संकल्प लिया कि हम विद्यार्थियों में नए आयाम स्थापित करेंगे व उनको सकारात्मक वातावरण प्रदान करने का प्रयास करेंगे। शिक्षकों ने सभी गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। विद्यालय की सह सचिव श्रीमती रचना कानूंगा एवं प्राचार्या श्रीमती स्वाति मेहता ने सभी के लिए मन, वचन व वाणी से स्वस्थ रहने की कामना की।