लूट के इरादे से तीन युवकों ने की हत्या, गिरफ्तार, लूटा गया सोना और बाइक जब्त, पहले से थे परिचित

क्राइम रिपोर्टर एस.कुमार जोधपुर।

जोधपुर। निकटवर्ती बिलाड़ा तहसील के जाने माने अधिवक्ता नारायण सिंह सीरवी की हत्या का पुलिस ने आज खुलासा कर दिया। हत्या में तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। आरंभिक तौर पर हत्या की वजह लूट का इरादा बताया गया है। बदमाशों को अधिवक्ता के भारी सोना पहने होने की पहले से जानकारी थी। मार्ग से निकलने वाले सीसीटीवी कैमरों की मदद लेकर पुलिस ने हत्यारों को पकडऩे में सफलता हासिल कर ली। अब इनसे पूछताछ की जा रही है। लूटा गया सोना इनकी निशानदेही पर जब्त किया गया है। तीनों युवक बिलाड़ा के आस पास गांव के रहने वाले बताए गए है। पुलिस ने इस बारे में प्रभु पटेल, प्रकाश पटेल एवं निंबाराम देवासी नाम के युवकों को गिरफ्तार किया है। प्राथमिक पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे नारायण सिंह सीरवी के अधिक सोना पहना होने से वाकिफ थे। तब इन लोगों ने इसकी योजना बनाई और वारदात को अंजाम दिया। सनद रहे कि निकटवर्ती बिलाड़ा तहसील के वरिष्ठ अधिवक्ता नारायणसिंह राठौड़ का शव गुरूवार को पाली जिले के सोजत क्षेत्र में मिला था। वे बुधवार से लापता थे। शव के हाथ पैर बंधे मिले थे। वहीं उनकी कार भी सडक़ किनारे जली हुई हालत में मिली। इससे पूर्ण आशंका थी कि उनकी हत्या की गई है। गाड़ी दुर्घटना करने के साथ जला दी गई। वकील नारायणङ्क्षसह शरीर पर भारी मात्रा में सोना धारण किए रहते थे। अधिवक्ता नारायणसिंह राठौड़ को बुधवार दोपहर लोगों ने बिलाड़ा से अटबड़ की तरफ जाते देखा था। इसके बाद चावंडियां के समीप उनकी कार पूरी तरह से जली हुई मिली। उनके मोबाइल पर लगातार घंटी जा रही थी लेकिन कोई उसे उठा नहीं रहा था। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही स्वयं के स्तर पर उनकी व्यापक खोजबीन शुरू की। गुरूवार को सोजत पुलिस को किसी ने वहां के एक प्राचीन कुएं में एक शव पड़ा होने की सूचना दी। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को बाहर निकलवाया। शव की पहचान अधिवक्ता नारायणसिंह के रूप में हुई। उनके दोनों पांव रस्सी से बंधे हुए थे।

सोना बना जान का दुश्मन:
नारायण सिंह सीरवी शरीर पर किलो भर से ज्यादा सोना धारण किए रहते थे। छोटा मोटा कार्यक्रम होता तब भी सोना धारण कर बाहर निकलते थे। इस वजह से वे बिलाड़ा कोर्ट में भी जाने माने थे। प्रोपर्टी से संबंधित के सों की पैरवी करते थे। अत्यधिक सोना ही उनकी जान का दुश्मन बन गया।

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