पाली में एनएसयूआई की नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो’ साइकिल रैली निकाली

अधिस्वीकृत पत्रकार गुलाम मोहम्मद, सम्पादक, सेवा भारती, जोधपुर
— पूर्व सीएम सचिन पायलट के साथ कई कांग्रेस नेता साइकिल रैली में शामिल हुए

पाली। एनएसयूआई की नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो’ रैली के दौरान गांधी मूर्ति पर सोमवार को कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट की मौजूदगी में सभा हुई। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के प्रभाव वाले अंचल मारवाड़ के पाली में सचिन पायलट के मंच पर गहलोत गुट के 6 बड़े नेता भी नजर आए। पायलट और गहलोत गुट में बंटी कांग्रेस में ऐसा पहली बार देखा गया।
जैसलमेर से चली यात्रा में पायलट पाली आकर इसमें शामिल हुए। गहलोत गुट के कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजीज दर्द, पूर्व संसदीय सचिव दिलीप चौधरी, पूर्व विधायक खुशवीरसिंह जोजावर, लोकसभा प्रत्याशी डॉ. संगीता बेनीवाल, पूर्व चैयरमैन प्रदीप हिंगड़ व कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष गणपत कोठारी इस मंच पर थे। अजीज दर्द तो जाडन से पायलट की कार में बैठकर आए। यहां मंच पर शायरी के बहाने पायलट की खूब प्रशंसा की। हालांकि गहलोत गुट के बाकी बड़े नेता पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़, नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन केवलचंद गुलेच्छा, जबरसिंह राजपुरोहित, महावीर सुकरलाई जैसे नेता जरूर नहीं दिखे। पायलट ने तो दर्द को अपने पास बुलाकर शायरी सुनाने की फरमाइश की और बोल दिया कि मायूसी वाली शायरी मत सुनाना। दर्द ने शेर सुनाया- आंधियां शोर मचाती रहती हैं और शाखाओं से शाखा टकराती रहती हैं, हमारे दिल में मोहब्बत जिंदा है तो पायलट जैसी रौनक पाली में आती है…।
जय पायलट बोलकर संबोधन का समापन किया। इससे गदगद पायलट ने दर्द को लेकर कहा-जब मैं प्रदेशाध्यक्ष था तो दर्द जिलाध्यक्ष थे और अब डोटासरा अध्यक्ष हैं तो भी दर्द ही अध्यक्ष हैं। पायलट ने कहा-मुझे नहीं मालूम कि आगे क्या होगा, लेकिन मुझे लगता है कि आगे भी दर्द ही अध्यक्ष रहेंगे। बता दें कि एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष िवनोद जाखड़ के नेतृत्व में जैसलमेर से जयपुर तक यात्रा निकाली जा रही है। अजीज दर्द को पूर्व सीएम अशोक गहलोत का कट्टर समर्थक माना जाता रहा है। उन्हें 2010 में गहलोत ने जिलाध्यक्ष बनाया था। 2014 में सचिन पायलट प्रदेशाध्यक्ष बने और पाली दौरे में आए तो कांग्रेस कार्यालय में पूर्व सीएम गहलोत का फोटो टंग रहा था, पायलट नहीं। माना जाता है इस बात ने इतना तूल पकड़ा कि दर्द की जिलाध्यक्ष की कुर्सी चली गई थी।
तब पायलट गुट के चुन्नीलाल चाड़वास को जिला अध्यक्ष बनाया था। 2018 से 2020 तक पायलट डिप्टी सीएम और प्रदेशाध्यक्ष रहते कई बार पाली जिले में आए, लेकिन दर्द समेत गहलोत गुट के नेता नदारद रहे। 2023 में तत्कालीन सीएम गहलोत ने फिर से अजीज दर्द को जिलाध्यक्ष बनाया, जो अब भी इसी पद पर हैं। पायलट की सभा और मंच पर मौजूदगी के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
गांधी मूर्ति के पास सभा के बाद साइकिल रैली सोजत की ओर रवाना हुई। इसमें सचिन पायलट, पाली विधायक भीमराज भाटी, कांग्रेस नेता करणसिंह उचियारड़ा, एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़, बागड़ कॉलेज पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गणपत पटेल भी साइकिल लेकर रैली में रवाना हुए। पायलट समेत यह सभी नेता नया गांव होते हुए 72 फीट बालाजी तक साइकिल चलाते पहुंचे, बाद में पायलट कार से जयपुर रवाना हो गए। विधायक भाटी ने 70 की उम्र के बावजूद साइकिल चलाई। भाटी पीछे रह गए तो सचिन ने रुककर साथ लिया। इस दौरान पूर्व सभापति प्रदीप हिंगड़, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाड़वास, पूर्व प्रदेश सचिव शोभा सोलंकी, महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष नीलम बिड़ला, नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष हकीम भाई आदि मौजूद रहे।

एनएसयूआई की नशा छोड़ो जीवन जोड़ों साइकिल रैली के सोजत पहुंचने पर भव्य स्वागत
—सोजत रिपार्टर आमीर खान सोलंकी
सोजत। सोजत में कांग्रेस के युवा संगठन एनएसयूआई नशामुक्ति के लिए एक अनूठी पहल की है। पाली से जयपुर तक की साइकिल यात्रा का आयोजन किया गया है। यह यात्रा सोमवार की शाम को सोजत पहुंची।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ के नेतृत्व में दर्जनों युवा इस यात्रा में शामिल हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पाली के गांधी मूर्ति सर्किल से यात्रा को हरी झंडी दिखाई। पायलट ने पाली से मठ तक स्वयं साइकिल चलाकर यात्रियों का साथ दिया।
सोजत में राष्ट्रीय राजमार्ग पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर यात्रियों का स्वागत किया। यात्रा का रात्रि विश्राम सोजत में निर्धारित किया गया है। स्वागत समारोह में युवक कांग्रेस के नगर अध्यक्ष पुनीत दवे, बिन्जाराम गहलोत, महेश गुर्जर, सचिन ईचरशा, विनोद भरनावा, शंकरलाल बामणिया, विनोद देवासी और भीकाराम सीरवी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।