छह साल की निदा खान ने रखा पहला रोजा
— देश में अमन चैन भाईचारे की दुआएं मांगी
जोधपुर। मुस्लिम समाज के लिए माहे रमजान बरकत और इबादत का महीना माना जाता है। जहा सभी मुसलमान रोजा रख कर इबादत करते हैं और अपने और देश की खुशहाली की दुआ करते हैं। हर मुसलमान के बच्चों पर 5 साल की उम्र से रोजा और नमाज फर्ज हो जाता है।
इसी के तहत मोचियों की घाटी, निवारघरों मोहल्लों चांदपोल की रहने वाली 6 साल की निदा खान पुत्री शाहरूख खान ने जिंदगी का पहला रोजा रख कर दीन इस्लाम के बताए रास्ते पर चल पड़ी है। वही निदा खान के लिए उसके घर वालों ने लजीज पकवान बनाए थे। निदा खान के पिता शाहरूख का कहना है कि हम लोगों ने शुरू से ही अपने बच्चों को दीनी और दुनियाई तालीम दी है। ताकि हमारे बच्चे जिंदगी के दोनों सफर में कामयाबी हासिल कर सके।